मैथिल सेवा संस्थान में अहाँ सबगोटेक स्वागत अछि।
मित्रगण, मैथिल सेवा संस्थान ग्रुप आर संस्था बनेबाक पाछा हमरा सभ के सिर्फ आर सिर्फ एक मकसद जरूरतमंद मैथिलक सहयोग करबाक अछि। मैथिल सेवा संस्थान निर्माण के पाछा एक (ब्लड कैन्सर पीड़ित 8 साल मैथिल के बच्चा) चिराग के कहानी जुरल अछि। हमरा सभ सँ जता धरी भेल ओय नेना के सहयोग केलहुँ संगे ओहिदीन किरिया खेलों जे एक संस्था बनायब जे संस्था एहि तरहक जरूरतमंद मैथिल के सहयोग करत जे आय "मैथिल सेवा संस्थान" के रूप मा अपनेक समक्ष प्रस्तुत अछि।
ओना तें बहुत रास संस्था मैथिल आर मिथिला के लेल चैल रहल अछि मुदा एहितरहक इ पहिल संस्था बनत। संस्था का आगा बढ़ेबाक लेल हम सभगोटा एक विचार कयलहुँ ओ इ जे एहि संस्था सा जे सभ सदस्य जुरता हुनका 100 रुपैया प्रति महीना एहि संस्था के खाता मा जमा कराबे परत (उदहारण स्वरुप यदि हम सभ 100 सदस्य प्रति महीना 100 रुपैया जमा करब तें 100 x 100 = 10000 प्रति महीना जमा होयत) जाहि सँ कुनु जरूरतमंद मैथिल के हम सभ मदद के सकब।
सभ गोटा सँ निवेदन जे हमरा सभक साथ दी ताकि एहि कठिन काज का हम सभ आगा बढ़े सकी।
धन्यवाद.....