♥ .....हिमाचल प्रदेश..... ♥
हिमाचल
यानि
ऐसी जगह जहाँ पहाड़ बर्फ से ढ़के हो,
जहाँ प्रकृति के भंड़ार हमेशा भरे हो।
प्रकृति से हिमाचल को बहुत कुछ मिला है,
इस मोहक राज्य की राजधानी शिमला है,
12 जिलों के मेल से बना है,
हिमाचल हिमालय के पश्चिम में बसा है,
55673 वर्ग कि0मी0 है इसका क्षेत्रफल,
रावी,चिनाव,व्यास,यमुना,सतलुज से मिलता इसे जल,
कहीं ऊँचे पहाड़
कहीं हसीन वादियाँ,
कहीं झीलें शान बढ़ाती
तो कहीं फैली खुबसूरत घाटियाँ,
प्राचीनकाल में यहाँ खस,कोहली,किरात,डोगी बसे थे,
वैदिक काल में अनेकों जनपद यहाँ हुए थे,
गुप्तवंश के राजाओं का हुआ फिर शासन,
गजनवी ने काँगड़ा जीता,तैमूर ने हमला कर पहुँचाया नुकसान,
15 अप्रैल 1948 को हिमाचल का गठन हुआ,
1948-51 तक मुख्य आयुक्त क्षेत्र रहा,
1951-56 तक 'ग' श्रेणी का राज्य बना,
1956-71 तक केन्द्र से नियंत्रित हुआ,
25 जनवरी 1971 को 18 वाँ राज्य का सौभाग्य मिला,
उसी दिन हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया,
त्रिर्गत सबसे पुरानी रियासत,
संसारचंद काँगड़ा का महान राजा था।
चंबा को चम्पावती के नाम पर साहिलवर्मन ने,
धमेरी को नूरपुर के नाम से जहाँगीर ने नवाजा था।
चंबा के संस्थापक थे विहंगममणिपाल,
सोलन का टमाटर,कुफरी का आलू,किन्नौर का सेब है कमाल।
धौलाधार पर्वत श्रेणियाँ काँगड़ा में मुख्यतः आती हैं,
पीर पंजाल चोटियाँ मुख्यतः चंबा में पाई जाती हैं,
जास्कर पर्वत श्रृंखला तिब्बत से जुदा करती हैं,
90% जनसंख्या गाँव में बसती है,
झीलों में पराशर,रेणुका,खजियार,रिवालसर का नाम शीर्ष पर आता है,
नैना देवी जी,माँ ज्वालामुखी,माँ चिंतापूर्णी शक्तिपीठों से हिमाचल को जाना जाता है,
कुँजू-चंचलो,राँझा-फुलमूँ के किस्से यहाँ पर,
खुशियाँ सब के हिस्से यहाँ पर,
मनु की यहाँ बसाई मनाली,ऋषि जमदग्नि का निर्मण्ड है,
भोलेनाथ की कैलाशपुरी,विख्यात किन्नर कैलाश श्रीखंड़ है।
चंबे का मशहूर चौगान,
बिलासपुर का ऐतिहासिक सांड़ू मैदान,
सौरभ कालिया,विक्रम बत्रा की ये भूमि,
परमवीर चक्र विजेता सोमनाथ जैसे लाल हुए।
कैप्टन धन सिंह थापा जैसे वीर,
जनरल भण्डारी राम,संजय कुमार अदम्य साहस की मिसाल हुए।
धार्मिकता है प्रबल रगों में बसती यहाँ,
हर ग्राम का अपना देव मिलता देखो जहाँ,
कुल्लू का दशहरा,मंड़ी की शिवरात्रि विख्यात है,
चंबा का मिंजर मेला व रामपुर की लवी भी प्रख्यात है,
सेबों का हिमाचल के देशभर में बड़ा नाम है,
मगर हिमाचली बड़ा सच्चा,नेकदिल व आम है,
समृद्ध है संस्कृति,प्राचीन धरोहर सहेजे हैं,
मशरूम,अदरक,टमाटर होते यहाँ चिलगोजे हैं,
सभी धर्मों के लोग प्रेम से रहते है,
हिंदू,मुस्लिम,सिक्ख के अलावा बौद्ध अनुयायी भी बसते हैं,
'फलों का कटोरा' कहते इसे,पशु पक्षी भी खुब है पाए जाते,
मदरा,रहेड़ू,झोल,बेड़ुँआ,सिड़ड़ू आदि लजीज व्यंजन पकाए जाते,
अनुपम खेर,मोहित चौहान.खली का काफी विख्यात नाम है,
प्रीति जिंटा,कंगना राणावत का लुभावना चेहरा व काम है,
ग्रेट हिमालय व पिन वैली यहाँ के राष्ट्रीय उद्यान है,
कालका शिमल टॉय ट्रेन को UNESCO का संरक्षण प्रदान है,
मसरूर कट रॉक मंदिर हिमाचल का एलोरा कहलाता,
ताबो गोम्पा हिमाचल का अजंता नाम से पहचान पाता,
शीर्ष पर हैं,शीर्ष पर ही पसंद रहना है,
मस्तक ये भारत का,हिमाचल भारत का गहना है।