1-संस्था के सदस्यों द्वारा आम आदमी में बंधुत्व,सहयोग, भाईचारा और राष्ट्र प्रेम की भावना को बढ़ावा।
2-समाज को संगठित करना तथा समाज के विकास व सुख शांति कायम करने के लिए हर संभव प्रयास करना।
3-समाज में अच्छी शिक्षा का प्रसार करना तथा समाज के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास करना
4-समाज में बढ़ते अपराध को रोकना । सरकारी नियमानुसार ।
5-भारतीय संविधान में प्रदत्त सामाजिक न्याय,शिक्षा और आर्थिक उत्थान के लिए प्रयास करना तथा शैक्षिक संस्थाऐं खोलना और प्रबंध व्यवस्था आदि करना ।
6-महिलाओं और बच्चों के विकास के लिए कार्य करना तथा गरीब परिवार की कन्याओं की शादियां करवाना और उनकी आर्थिक सहायता करना।
7-समाज में बढ़ती कुरीतियों को समाप्त करना और बचत के प्रति लोगों को जागरुक करना।
7-(अ)-समाज में बढ़ते भष्ट्राचार एवं उपभोक्ता सरंक्षण के प्रति जागरुकता एवं भष्ट्राचार निवारण में सहायता करना ।सरकारी नियमानुसार ।
8-समाज के आर्थिक विकास के लिए एक कोष की स्थापना करना जिसमें कि प्रत्येक सदस्य से हर माह संस्था के सदस्यों को जरुरत पड़ने पर ऋण उपलब्ध करवाना तथा ब्याज राशि को संस्था के उद्देश्यों में लगाना और समाज का जीवन स्तर उंचा उठाने का प्रयास करना।
9-समाज की भलाई हेतु सांस्कृतिक शैक्षिणिक कार्यक्रमों का आयोजन करना।
10-समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों जैसे छोटी उमर में शादी,दहेज व्यवस्था के खिलाफ कार्यक्रम को लागू करने में सरकार की सहायता करना तथा अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक संगोष्ठी करना।
11-समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा,बाल विवाह ,रुढ़िवादिता ,बालश्रम,नशा,आपसी रंजिश इत्यादी को रोकना एवं इसके अलावा अन्य गैर कानूनी कार्य अपराध में लिप्त होने को रोकने के संबंध में आवश्यक प्रभावशाली व कानूनी प्रयास करना।
12-संस्था के माध्यम से समाज के सभी वर्गों में धार्मिक ,सामाजिक और राष्ट्रप्रेम की भावना को बढ़ावा देना तथा समाज में राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना ।
13-समाज में विकास के लिए टंकण(टाईपिंग),कला क्राफ्ट,पेंटिंग,संगीत,नृत्य,शारिरिक शिक्षा और योग आदि की शिक्षा देने के लिए विभिन्न केन्द्र स्थापित करना व इन प्रशिक्षण केन्द्रों को आर्थिक मदद करना उनका सुचारु रुप से संचालन करना ।
14-नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना करना तथा समाज को नशा मुक्त बनाने का प्रयास करना ।समय समय रक्तदान शिविरों का आयोजन करना ।बहुजन सुखाय की नीति की अपनाकर समाज को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना ।
14(अ)-आंतकवाद के विरुद्ध जागरुकता पैदा करना ।
15-पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना तथा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता पैदा करना ।
16-सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाना तथा सरकारी भागीदारी योजना के अन्तर्गत सरकार से आर्थिक सहायत प्राप्त करना ।
17-समाज से बेरोजगारी एवं गरीबी के उन्मूलन हेतु लघु उद्योगों एवं हस्तकलाओं की स्थापना करना एवं संचालन करना ।
18-आम जनता के उपयोग के लिए कम्युनिटी हॉल ,बारातघर ,वृद्धाश्रम ,महिलाश्रम ,हैल्थकेयर सेंटर,संगीतालय ,नृत्यालय,अनाथालय,बालवाड़ी ,आंगनवाड़ी,शिशुगृह(जच्चा बच्चा केन्द्र),वाचनालय,पुस्तकालय,डिस्पेंसरी,अस्पताल,स्टेडियम स्टूडियों और रात्रि निवास आदि का निर्माण करना तथा विभिन्न सार्वजनिक सामाजिक विकास के कार्यक्रम चलाना व संचालन करना।
19-भारतीय संस्कृति ,सांस्कृति धरोहरों ,आदि के संरक्षण एवं पुर्नउत्थान में योगदान देना।
20-बजट के अनुसार धार्मिक एवं तीर्थ स्थलों की यात्रा एवं भण्डारे ,जागरण और सत्संग इत्यादी का व्यवस्था करना ।
21- गरीब असहाय व्यक्ति की मदद के लिए सदैव तैयार रहना ।
22-निर्धन और असहाय लोगों के लिए निशुल्क एंबुलैंस की व्यवस्था करना।
23-गरीब एवं जरुरतमंदों को कानूनी मदद निशुल्क उपलब्ध कराना ।
24-लोगों को केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजानाओं से अवगत कराना और जागरुक करना ।
25-संस्था के सदस्यों और आम जनता के हितों व अधिकारों की रक्षा के लिए संबधित विभागों से पत्र व्यवहार करना व आवश्यकता पड़ने पर न्यायालयों में जाना तथा संबधित अधिकारियों से मुलाकात करना ।
26-पाकृतिक आपदाओं जैसे -बाढ़ ,सूखा,भूकंप,या तूफान आदि के समय पीड़ितों को चिकित्सा ,भोजन,आवास ,यातायात,व अन्य सामग्री उपलब्ध कराना और हर संभव सहायता प्रदान करना ।
27-ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल(प्याऊ)आदि का निर्माण करना व व्यवस्था और रख रखाव का प्रबंध करना,उद्यान आदि का निर्माण एवं व्यवस्था तथा इन सबसे संबधित संस्थाओं का सहयोग लेना-देना ।
28-शिक्षा ,सांस्कृतिक व अन्य सामाजिक गतिविधियों के विकास के लिए विभिन्न कार्य योजना व कार्यक्रम चलाना -जैसे प्रौढ़ शिक्षा ,निबंध प्रतियोगिता,प्रदर्शनी,जलसे सेमिनार,सांस्कृतिक कार्यक्रम,प्रेस कांफ्रेंस आदि ।
29-सरकार द्वारा विशेष स्वास्थ्य सेवाओं का प्रचार प्रसार करना,क्षयरोग ,कैंसर,एड्स,जैसी घातक बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक करना एवं लोगों को बीमारियों के बारे में सरकारी योजनाओं को बताया एवं चिकित्सा सुविधा हेतु सही मार्गदर्शन करना ।
30-विकलागों के सेवार्थ विभिन्न योजनाएं बनाना एवं संचालन करना ।
31-संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संस्था के नाम जमीन और भवन आदि खरीदना और किराये पर लेना देना ।
32-लोगों को घर मुहैया कराने के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मकान इत्यादी बनवाना ।
33-संस्था की समस्त आय आयकर के अधिनियम की धारा 11(5)1964 के तहत जमा की जाएगी ।
34-संस्था द्वारा अर्जित आय सामाजिक ,धार्मिक और प्राणीमात्र के विकास में लगाई जाएगी,संस्था के माध्यम से समस्त कार्य करना जो संस्था के उपरोक्त उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सहायक हो और संस्था द्वारा करने के लिए आवश्यक हो।संस्था की चल अछल संपत्ति से प्राप्त समस्त आय व कमाई ज्ञापन पत्र में उल्लेखित संस्था के उद्देश्य वे लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु पूर्णत प्रयोग की जाएगी और लगायी जाएगी तथा इसका कोई भी लाभ संस्था के वर्तमान या निर्वतमान सदस्यों के माध्यम से दावा करने वाले किसी एक या किसी कोई सदस्य संस्था की चल अचल संपत्ति पर कोई व्यक्तिगत दावा नही करेगा। या इसकी सदस्यता के आधार पर किसी प्रकार का लाभ प्राप्त नही करेगा ।