आपको हमारे संस्थान एवं हमारी ओर से सादर प्रणाम
आधुनिक युग की उलझन और विद्यार्थियों का पथ भ्रष्ट। पुस्तकें पढ़ने वाले हाथों में mobile और video games और राष्ट्रभक्ति की जगह मस्तिष्क में "Yo Yo और फ़िल्में ।
विडंबनाए सागर के समान हैं परंतु इस दलदल से सभी बालकों को निकालने का कर्तव्य हमारा है
अपने संस्थान पे हम मात्र शिक्षा नहीं अपितु विद्या एवं ज्ञान प्रदान करने का प्रयत्न करते है जो विद्यार्थी के नैतिक, सामाजिक, शैक्षिक, गामक, बौद्धिक विकास में सहायक हो।
इन नव विद्यार्थियों की इस नयी प्योध को ऐसी दिशा प्रदान करना हमारा संकल्प है जो भविष्य में जाकर वट वृक्ष के समान सम्पूर्ण समाज एवं राष्ट्र को छाया दे सके।