डेरोली जाट ढिल्लोँ गोत्र के जाटोँ का पहला गाँव है।
यह गाँव हरियाणा राज्य के महेन्द्रगढ जिले मे स्थित है, महेन्द्रगढ शहर से इसकी दुरी लगभग 15 कि॰मी॰ है।
डेरोली जाट गाँव आज से लगभग 1050 वर्ष पहले बसा था, यह गाँव एक हि इन्सान ने बसाया था जिसका नाम 'नोपा' था जो दिल्ली से आया था, उसके बाद उसके तीन पुत्र हुए, जिनके नाम
1.पुनसी
2.असल
3.भोगर
थे, इनही के नाम पर गाँव मेँ तीन मौहले बने।
1. पुलस्यान
2. असलका
3. भोखर
वर्तमान मेँ गाँव कि 18 वी पिडी का जन्म हो चुका हैँ।
गाँव मेँ मुख्य रुप से एक हि गोत्र 'ढिल्लोँ' है। इसके अलावा गाँव मे कुछ घर 'सेरावत' गोत्र के जाटोँ के भी है। जो बाद मेँ गाँव मेँ आकर बसे थे।
गाँव मेँ पहले 14 जातियाँ थी, जिनमे मुख्य रुप से जाट, बामंण और बाणिया थे।
लेकिन वर्तमान मे यहाँ 7 जातियाँ रह गई हैँ।
कहा जाता है कि ढिल्लोँ गोत्र के जाट, हलाण गोत्र के बाणिया और सावलोडिया गोत्र के बामण इस गाँव से निकले है, ये तीनोँ गोत्र इसी गाँव कि उपज हैँ,
ढिल्लोँ गोत्र के जाट निकले तो दिल्ली से थे पर वो डेरोली जाट मे आकर हि बसे थे और फिर डेरोली जाट से पुरे हरियाणा और पंजाब मेँ जाकर बस गए।