My Favorite Hindi Shayari's:
1 ----- इश्क करते है तुमसे इसलिए खामोश है अबतक, खुदा न करे मेरे लब खुले और तुम बर्बाद हो जाओ.
2 ----- याद आने वाले याद आये जा रहे हैं मेरे ख्यालों की दुनिया पर छाए जा रहे है. हम कुछ कह रहे है पर वो चुप है. बस मेरा ख़त पढ़ कर मुस्कुराये जा रहे है
3 ----- हर आहट पर तेरी ही तलाश है, आंखो को तेरी ही प्यास है, न याद आओ हमें इतना कि दिल हमेशा पूछे, धड़कन किसके पास है
4 ----- चंद सवालॊं की तल़ब़गार है जिंदगी थॊड़ी तॆरी थॊड़ी मॆरी उधार है जिंदगी हवाओं कॆ थपॆड़ॆं सह चुकी है अब तुफानॊं सॆ दॊ चार है जिंदगी
5 ----- तेरी मोहब्बत में एक अजब सा नशा है, तभी तो सारी दुनिया हमसे ख़फ़ा है, ना करो तुम हमसे इतनी मोहब्बत, कि दिल ही हमसे पूछे बता तेरी धड़कन कहाँ है
6 ----- वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है कितने मीठे हे उसकी यादो के मंज़र कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है
7 ----- मैं अपनी औकात में खुश हूँ जैसी भी है जात में खुश हूँ नहीं किसी से कुछ चाहा है , मैं तो हर हालात में खुश हूँ खुशियाँ रूठ गईं तो क्या गम , गैरों की बारात में खुश हूँ उन्हें मुबारक उनका सूरज , मैं तो अपनी रात में खुश हूँ
8 ----- तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई मोहब्बत करके क्या पाया मैंने वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई
9 ----- सिलसिला ख़त्म क्यों करना, जारी ही रहने दो, इश्क में बाकी थोड़ी-बहुत उधारी भी रहने दो वो करता है जुल्म मुझपे, लाता है आँखों में आंसू, नाम उनके दर्दे-मोहब्बत में ये सितम भी सहने दो
10 ----- आंखों को जब किसी की चाहत हो जाती है, उसे देख के ही दिल को राहत हो जाती है, कैसे भूल सकता है कोई किसी को, जब किसी को किसी की आदत हो जाती है
11 ----- चलें गये तुम हमें छोड़कर कोई बात नहीं कमसे कम अपनी यादें तो साथ लेकर जाते यादें कयूं छोड़ गयें हमको उम्रभर तडपाने के लिए
12 ----- इतनें सवालों का उसे जवाब क्या देती मैं अपने प्यार का हिसाब उसे क्या देती जो मेरी मोहब्बत की खुशबू नही संभाल सका उसे अपनी चाहतो का गुलाब क्या देती
13 ----- मेरा झुकना और उसका खुदा हो जाना अच्छा नही इतना बड़ा हो जाना मेरी कोशिश थी चराग सा जलने की उसकी फौरन मेरे खिलाफ हवा हो जाना
14 ----- चाहत तो आज भी उतनी है उनकी, पर किस्मत के हाथो मजबूर हो गये. देखी जो उनमे अपने लिए बेरूख़ी, हम उनकी खुशी के लिए उनसे दूर हो गये..
15 ----- आ छोडकर इस जंहा को कही दूर चले, मोहब्बत से हमारी वंहा कोई ना जले, में दिल में बसा लू तुझे अपने… तू छुपा ले मुझको अपनी पलकों तले !!
16 ----- जब रात को आपकी याद आती है सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को याद में जिसकी सुबह हो जाती है !
17 ----- एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है, जो आए तुम्हे अपने साथ लेकर….!!
18 ----- टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी, मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी, न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से, के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी
19 ----- तुम भी चाहत के समन्दर में उतर जाओगे, खुशनुमा से किसी मंजर पे ठहर जाओगे । मैने यादों में तुम्हें इस तरह पिरोया है, मै जो टूटी तो सनम तुम भी बिखर जाओगे ॥
20 ----- हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब की तरह मिला करों भटके हुएँ मुसाफिर को चांदनी रात की तरह मिला करो ! बर्बाद होगा ये गरीब दोनों पहलूँ में मेरे कच्चे घर पर तुम बरसात की तरह मिला करों ! हलक-हलक जिक्र आएं हर सांस में तेरा एक दफा तुम मुझको उस मुलाकात की तरह मिला करों ! वक्त-बे-वक्त आ जाएँ राज भले ही सताने मुझको तुम हिचकियों के सिलसिलों में याद की तरह मिला करों ! हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब की तरह मिला करों भटके हुएँ मुसाफिर को चांदनी रात की तरह मिला करों !
21 ----- मंजिल भी तुम हो, तलाश भी तुम हो, उम्मीद भी तुम हो, आस भी तुम हो, कैसे कहूँ इश्क भी तुम हो और जूनूँ भी तुम ही हो, अब जब अहसास तुम हो तो जिंदगी भी तुम ही हो !
22 ----- खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतीं दिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतीं चल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिए हुजुर, इश्क़ की राह में मनमर्जियाँ नहीं चलतीं !
23 ----- लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता, शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!! किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में, यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता……….!! अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर, अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता……..!! इस बेवफ़ा ज़िन्दगी से शायद मुझे इतनी मोहब्बत ना होती अगर इस ज़िंदगी में दोस्त कोई तुम जैसा नहीं मिलता…!!
24 ----- सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.!! जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना, कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना। आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें, सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है ! हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम, फिर वही शायरी, फिर वही इश्क, फिर वही तुम. सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा, जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.!
25 ----- दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.
26 ----- ये दिल किसी को पाना चाहता है, और उसे अपना बनाना चाहता है, खुद तो चाहता है ख़ुशी से धड़कना उसका दिल भी धड़काना चाहता है, जो हँसी खो गई थी बरसों पहले कहीं, फिर उसे लबों पर सजाना चाहता है, तैयार है प्यार में साथ चलने के लिए, उसके हर गम को अपनाना चाहता है, मोहब्बत तो हो ही गई है अब तो, पर, अब उसी से ही ये छिपाना चाहता है, ये दिल अब किसी को पाना चाहता है, और उसे सिर्फ अपना बनाना चाहता है.
27 ----- मुझसे वादा करो मुझे रुलाओगे नहीँ हालात जो भी हो मुझे भुलाओगे नहीं छुपा के अपनी आँखों में रखोगे मुझ को दुनिया में किसी और को दिखाओगे नहीं मेरे लफ़्ज मेरे दिल की तहरीरें हैं कसम उठाओ इन को कभी जलाओगे नहीं मुझे ये यकीन दिलाओ मुझे याद रखोगे मेरी यादों को अपने दिल से मिटाओगे नहीं..
28 ----- आग लगाना मेरी फितरत में नही है. मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर!
29 ----- मुझे भी सिखा दो "भूल" जाने का हुनर" "मैं थक गयी हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हें याद करते करते !!
30 ----- गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया! इस उलझन ने चैन से जीने न दिया! थक के जब सितारों से पनाह ली! नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!
31 ----- प्यार की हर रसम निभाई थी मैने.. तुम्हें पाने के लिए हर किश्ती डुबाई थी मैने.. तुमने कदर ना जानी मेरी वफाओ की.. तुम्हारी चाहत में हर खुशी लुटाई थी मैने..
32 ----- तरस आता है मुझे, अपनी मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती हैं कि, अब रोया नहीं जाता...!
33 ----- तुझे देखु तो सारा जहाँ रंगीन नज़र आता है, तेरे बिना दिल को चेन किसको आता है! तुम ही हो मेरे दिल की धड़कन, तेरा बिना यह संसार आवारा नज़र आता है!
34 ----- समंदर के लिए वो लहरे क्या जिसका कोई किनारा ना हो ….. तारो के लिए वो रात क्या जिसमे चाँद ना हो हमारे लिए वो दिन ही क्या…. जिस मे आप की याद ना हो……
35 ----- दीवानगी मे कुछ एसा कर जाएंगे। महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे। वादा है तुमसे । दिल बनकर तुम धड़कोगे और सांस बनकर हम आएँगे।
36 ----- एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं, एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं ज़िंदगी के सफ़र मे संभाल कर चलना एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है
37 ----- जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है; कभी हंसती है तो कभी रुलाती है; पर जो हर हाल में खुश रहते हैं; जिंदगी उनके आगे सर झुकाती है…
38 ----- जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी रखता है. दूर बैठे आसमाको कभी जुकना भी पड़ता है. अगर तू बेवफा है तो सुन….. मेरा कोई दूसरा भी इंतिजार करता है.
39 ----- उनका भी कभी हम दीदार करते है उनसे भी कभी हम प्यार करते है क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है !
40 ----- वक़्त नूर को बहनूर कर देता है थोड़े से जखम को नासूर कर देता है वरना कोन चाहता है तुम जेसे दोस्तो से दूर रहना वक़्त ही तो इंसान को मजबूर कर देता
41 ----- टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता ……..
42 ----- लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है , लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है, लोग दुनिया मे दोस्त देखते है, हम दोस्तो मे दुनिया देखते है.
43 ----- करो कुछ ऐसा दोस्ती में की ‘Thanks & Sorry’ words बे-ईमान लगे निभाओ यारी ऐसे के ‘यार को छोड़ना मुश्किल’ और दुनिया छोड़ना आसान लगे
44 ----- वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी… मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी… उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना… वो नादान है यारो… अपना हाथ जला लेगी.
45 ----- आँखों से बरसात होती हैं जब आपकी याद साथ होती है, जब भी busy रहे मेरा cell तो समझ लेना आपकी होने वाली भाभी से मेरी बात होती हैं
46 ----- घर से बाहर कोलेज जाने के लिए वो नकाब मे निकली…. सारी गली उनके पीछे निकली… इनकार करते थे वो हमारी मोहबत से………. और हमारी ही तसवीर उनकी किताब से निकली
47 ----- उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है, वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है, किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा, वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है…
48 ----- गुलाम बनकर जिओगे तो. कुत्ता समजकर लात मारेगी तुम्हे ये दुनिया नवाब बनकर जिओगे तो, सलाम ठोकेगी ये दुनिया…. “दम” कपड़ो में नहीं, जिगर में रखो…. बात अगर कपड़ो में होती तो, सफ़ेद कफ़न में, लिपटा हुआ मुर्दा भी “सुल्तान मिर्ज़ा” होता.
49 ----- हर रिश्ते में विश्वास रहने दो; जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो; यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का; न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..!
50 ----- इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी ज़िन्दगी मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है