मधु जैन को क्या न्याय मिल सका? मेडिकल प्रवेश में हो रहे फर्जीवाड़े में आम छात्रो को क्या न्याय मिल सकेगा? इन्ही सवालों का जवाब ढूंढने जब हम लोग बैठे तो "आम छात्र युवा परिषद्" बनाने की बात सामने आई. आम सहमती से तय हुवा की आम छात्रों एवं युवाओ के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए एक छात्र एवं युवा परिषद् का गठन किया जाय. अतः उक्त परिषद् का नाम सर्वसहमति से “आम छात्र युवा परिषद्” (ACYP) रखना तय हुआ. जिसका सभी ने ताली बजा कर समर्थन किया. एवं “आम छात्र युवा परिषद् जिंदाबाद” ACYP जिंदाबाद के नारे लगाये.
तत्पश्चात , सभी ने सर्वसहमति से सु.श्री ममता पटेल को उक्त संगठन का संस्थापक सयोंजक एवं श्री लिकेश देवांगन को सह-सयोंजक चुना.
संगठन कार्यकारणी का विस्तार अगले बैठक में करना तय हुआ.
यह तय किया गया की सभी अगली बैठक से पहले संगठन के संविधान के निर्माण के लिए अपने-अपने स्तर पर चिन्तन एवं अध्यन करेंगे.
अगली बैठक १५.०९.२०१३ को दोहपर ०३:३० पर आम आदमी पार्टी के जिला कार्यालय में किया जाना तय हुआ.
हो गई है पीर पर्वत सी, पिघलनी चाहिए. इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए. सिर्फ हंगामा खड़ा करना हमारा मकसद नहीं. हमारी कोशिश है की ये सूरत बदलनी चाहिए. मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही. हो कही भी आग लेकिन आग जलनी चाहिए. आज ये दीवार पर्दों की तरह हिलने लगी, सर्त लेकिन ये है के बुनियाद हिलनी चाहिए.