भारत देश मे शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सुधार की आवश्यकता है । विशेषत: ग्रामीण इलाको मे और गरीब तबके को विश्व स्तरीय शिक्षा उपलब्ध नही है। सरकारी प्रयास अपर्याप्त है। हमारा शिक्षातंत्र वैज्ञानिकता, उद्धमिता, रचनकमकता आदि उत्पन्न करने मे नाकाम रहा है। हमारे देश मे शिक्षा!!! अमीरों के लिये अलग और गरीबों के लिये अलग है। सरकारें सभी के लिये एकसमान और उत्कर्ष शिक्षा व्यवस्था करने में पूर्णत: असफल रही है। अनेक व्यक्ति और गैरसरकारी संगठन रिक्त स्थान को पाटने के लिये प्रयासरत है । परंतु सफल नहीं हैं। जबतक विध्यालय स्तर पर पाठ्यक्रम और परीक्षा विधि मे आमूल-चूल बदलाव नहीं होते है कुछ विशेष नहीं हो सकेगा। इसके लिये राजनीतिक इक्षाशक्ति जाग्रत करना होगा। आनवरन इसी दिशा मे एक प्रयास है। जय हिन्द जय भारत।