हिन्दु समाज पार्टी का परिचय
विश्वमखिलमुद्धर्तुममी निर्मिता वयम् मानवं समुद्धर्तुममी प्रेषिता वयम्, हरिणा निर्मिता वयम् ।। धृ।।
संकटाद्रिभिदुरं धैर्यम् । धार्यमनिशमिदमिह कार्यम् मातरं प्रतिष्ठां नेतुम । तनुभृतो वयम्
प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 1।।
मातृभक्तिरेकं ध्येयम् । तत्कृते शरीरं देयम् क्षुद्रलालसा परिमुक्ताः सेवकाः वयम्, प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 2।।
जानते भरतभुवि लोकाः आत्मतत्वमिह गतशोकाः इत्यवेत्य जगदुद्धरणे योजिता वयम्,प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 3।।
ईश्वरः स्फुरति न स्वान्ते, अज्ञतान्धतमसस्यान्ते,तस्य कार्यमधुना कर्तुम, सोद्यमा वयम्, प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 4।।
निश्चितं यशः परिपूर्णम् लप्स्यतेत्र जन्मति तूणम् ईश कार्यकरणे निस्तः सततं वयम्
प्रभुणा प्रेषिता वयम् ।। 5।।
अर्थ-
समस्त विश्व का कल्याण करने के लिए हमारा निर्माण हुआ है। मानव जाति के सर्वांगीण उन्नति करने का दायित्व हमें मिला है। श्री हरि ने हमारा इसी हेतु सृजन किया है।
समस्त दुःख संकटों पर विजय पाने में सक्षम ऐसे असीम धैर्य के साथ निर्धारित कार्य में हम प्रवृत्त हुए हैं। भारत माता को परम वैभव प्राप्त कराने हेतु हमारा जन्म हुआ है।
परमेश्वर ने हमें (इसी हेतु) भेजा है।
मातृभूमि की भक्ति हमारा एक मात्र ध्येय है। इसीलिए हमें यह शरीर मिला है। सभी प्रकार की क्षुद्र लालसा से पूर्ण मुक्त होकर हम मातृभूमि की सेवा में समर्पित हैं। परमेश्वर ने हमें भेजा है।
अज्ञानरूपी अन्धकार का नास करने वाले ज्योतिर्मय ईश्वर हमारे अन्तःकरण में प्रकाशमान है। इस युग में उनका कार्य करने हेतु हम कटिबद्ध हुए हैं। परमेश्वर ने हमें भेजा है।
परिपूर्ण यज्ञ की निश्चिति हमें हैं एवं हम उसे इसी जीवन में प्राप्त करेंगे। इस दृढ़ विश्वास के साथ ईश्वरीय कार्य सतत करने में हम सानन्द रममाण हैं। परमेश्वर ने हमें भेजा है। - हिन्दू समाज पार्टी