श्री नैना देवी जी रिवालसर, पांडव सरोवर Sarkidhar-रिवालसरRewalsar मण्डी।

rewalsar, Rewalsar, 175023
श्री नैना देवी जी रिवालसर, पांडव सरोवर Sarkidhar-रिवालसरRewalsar मण्डी। श्री नैना देवी जी रिवालसर, पांडव सरोवर Sarkidhar-रिवालसरRewalsar मण्डी। is one of the popular Hindu Temple located in rewalsar ,Rewalsar listed under Religious Center in Rewalsar ,

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रिवालसर— शहर —रिवालसर झील
रिवालसर is located in हिमाचल प्रदेश

निर्देशांक : 31.633889°N 76.833333°Eनिर्देशांक: 31.633889°N 76.833333°E
Country Flag of India.svg भारत
राज्य हिमाचल प्रदेश
जिला मंडी
शासन
• सभा नगर पालिका
ऊँचाई 1,360
जनसंख्या (2001)
• कुल 1,369
भाषाएँ
• आधिकारिक हिन्दी
समय मण्डल भारतीय मानक समय (यूटीसी +5:30)

रिवालसर झील

रिवालसर
रिवालसर हिमाचल प्रदेश के मंडी क़स्बे से 24 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग से जुड़ा एक प्राचीन तीर्थ है जहाँ एक बड़ा सरोवर और सरोवर के निकट ही गुरु पद्मसम्भव द्वारा स्थापित 'मानी-पानी' नामक बौद्ध मठ और एक गुरुद्वारा भी स्थित है | इसे महर्षि लोमश की तपोभूमि माना जाता है।

अनुक्रम [छुपाएँ]
1 धार्मिक महत्व
1.1 हिंदू धर्म
1.2 बौद्ध धर्म
1.3 सिख धर्म
2 आवागमन
3 गैलरी
4 सन्दर्भ
धार्मिक महत्व[संपादित करें]
यह स्थान हिंदू, बौद्ध एवं सिख धर्म के अनुयायियों के लिए श्रद्धा का केंद्र है।[1]

हिंदू धर्म[संपादित करें]
यहाँ शंकर, लक्ष्मीनारायण और महर्षि लोमश के तीन मंदिर प्रसिद्ध हैं | रिवालसर सरोवर में सात उभरे हुए भूभाग हैं, उन पर उगे वृक्षों पर देव-मूर्तियाँ हैं|[2]

बौद्ध धर्म[संपादित करें]
ऐसा माना जाता है कि मंडी के राजा अर्शधर को जब यह पता चला कि उनकी पुत्री ने गुरु पद्मसंभव से शिक्षा ली है तो उसने गुरु पद्मसंभव को आग में जला देने का आदेश दिया, क्योंकि उस समय बौद्ध धर्म अधिक प्रचलित नहीं था और इसे शंका की दृष्टि से देखा जाता था। बहुत बड़ी चिता बनाई गई जो सात दिन तक जलती रही। इससे वहाँ एक झील बन गई जिसमें से एक कमल के फूल में से गुरु पद्मसंभव एक षोडशवर्षीय किशोर के रूप में प्रकट हुए।[3] [4]

सिख धर्म[संपादित करें]
यहाँ पर एक भव्य गुरुद्वारा भी है जो गुरु गोविंद सिंह जी की याद में बना है। कहा जाता है कि मुगलों से युद्ध में पहाड़ी राजाओं से मदद मांगने के उद्देश्य से वे यहाँ पधारे थे और तीस दिन तक यहाँ रहे। मंडी के राजा जोगिंदर सेन ने सन् १९३० में इस गुरुद्वारे का निर्माण कराया। बैसाखी के अवसर पर श्रद्धालु यहाँ स्नान के लिए आते हैं।[4]

आवागमन[संपादित करें]
सड़क मार्ग
रिवालसर के निकट सबसे प्रमुख शहर मंडी है, जहाँ से सड़क मार्ग से लगभग एक घंटे में यहाँ पहुँचा जा सकता है। मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग २१ (अम्बाला-मनाली मार्ग) पर स्थित होने से भारत भर से जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग
निकटतम रेलवे स्टेशन कीरतपुर साहिब है। वहाँ से सड़क मार्ग से राष्ट्रीय राजमार्ग २१ के रास्ते मंडी और फिर रिवालसर जाया जा सकता है।

वायु मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा भुन्तर (कुल्लू-मनाली) है। वहाँ से सड़क मार्ग से राष्ट्रीय राजमार्ग २१ के रास्ते मंडी और फिर रिवालसर जाया जा सकता है।

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