हे प्रभु, वास्तव में यहाँ परिस्थितियों की विडम्ब्ना है कि मेरी जीविका दूसरों के दुःख पर निर्भर है । लेकिन मेरा सौभाग्य है कि आप ने मुझे वह कष्ट निवारण करने का सौभाग्य प्रदान किया । मै अपने गुरु देव का बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे यह योगता प्रदान की है ।
हे प्रभु, ऐसी शक्ति प्रदान करो कि मै इस उपदेश को पूरी निष्ठा और स्नेह भरे व्यबहार के साथ पूर्ण करू