ये गाव चौहान लडाको द्वारा बसाया गया है मूल गाव दसहरा है इसी में से दसहरी गाव बसा
एक राजा ने मुस्लिम आक्रमण से बचने के लिए दो अपनी दो बेटियों की शादी ८७ के चौहानों के दो बेटो से की दहेज़ में अरनिया और दसहरा ( दशहरा का मतलब १० गावो के खेत जहा मिलते है )दिया ये गाव मुस्लिम आक्रमण से लड़ता रहा लेकिन धर्म का त्याग नहीं किया छतारी नवाब भी इस गाव के लोगो से डरता था
इस गवा में करीब करीब हर घर से एक व्यक्ति फोज या पुलिस में है अग्रेजो के समय प्रथम एवं दुशरे विश्व युध्ध में अदम्य वीरता का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त की इस वजह से दो से ज्यादा विक्टोरिया क्रॉस भी मिले है