हरदोई बाबा मंदिर प्राचीन स्थान है। यह ऐतिहासिक मंदिर प्रहलाद घाट से थोड़ी दूर स्थित है। जिसका निर्माण सन् 1949 के लगभग करवाया गया इसके प्रांगण में एक पीपल का पेड़ है जिसे ' हरदोई बाबा का दरबार ' के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर अनेक देवताओ की मूर्तिया स्थापित है मंदिर के सामने स्थित भवन 'कीर्तन भवन' के नाम से जाना जाता है।इसकी दीवालों पर भगवान राम, कृष्ण,राजा हरिशचन्द्र तथा श्रवाण कुमार के जीवन से सम्बन्धित चित्र बने है चैत मॉस में रामनवमी नवमी,दशमी एकादशी का मेला लगता है।तथा राम लीला होती है। प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को विशेष पूजा अर्चना की जाती है।जिनमे सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते है। ऐसी मान्यता है की किसी भी परेशानी या बाधा होने पर बाबा जी की विभूति लगाने से समस्या का निराकरण हो जाता है।मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु चाँदी के सिक्के तथा घंटा चढाते है।