जनपद औरैया अपने नये युवा रत्नों के साथ आज आगे बढ़ता जा रहा है. साथियो, वो दिन था १७ सितम्बर,१९९७ जब दो तहसील औरैया और बिधूना जनपद इटावा से अलग कर दीं गयीं और जन्म हुआ हमारे राज्य के नये जनपद औरैया का जो कि जनपद का मुख्यालय भी है.
हमारा जनपद औरैया मुग़ल सराय मार्ग(रा.रा. ०२) पर कानपुर से १०४ किमी पश्चिम में, और इटावा से ६४ किमी दूर पूर्व में स्थित है.
समय के साथ हमारे जनपद ने बहुत जल्द ही राजनैतिक विसंगतियों से ग्रसित कुछ 'महापुरुषों' का कोप भी झेला है पर जैसा कि सर्वविदित है "जाके राखे साइंयां... " वो लोग भी हमारे इस जनपद का कुछ न कर सके.