लागू व प्रयोग करता एजेंसी : अपनी खेती ब्लाक बाढड़ा
विचार : डॉ रणवीर सिंह मान सहयोग : अपनी खेती के अन्तर्गत किसान भाइयो को पारिस्थितिकि के अनुरूप कर्षि करने करने की परयोजना शुरू की हुई है ।
ब्लाक बाढड़ा के प्रत्य़ेक गाँव में अपनी खेती के मॉडल तैयार किए जाऐगे वही पर किसानों को प्रशिक्षण दिया जाऐगा व करके देखो और विशवास करो हमारे प्रदर्शन प्रयॊगात्मक होगें ।
उद्देशय :-
1 . गुणवतापूर्वक उत्पादन लेना
2. फसल उत्पादन लागत को निम्न स्तर पर लाना ।
खरीफ 2013 के खेत स्कूल गाँव बेरला में चल रहा है । अचिवर किसान ने अपनी खेती के सभी सिद्धान्तों के अनुरूप कृषि कि हुई है व लगभग 100 किसानों ने फसलों में कीट नियंत्रण के लिए स्वयं तैयार की हुई दवाईयों से किया है । जो की निम्न प्रकार है :-
फसल सुरक्षा :-
1 . तम्बाकू का घोल :- दो किलो तम्बाकू + 10 लीटर पानी + 100 ग्राम सल्फर पाऊडर
2 . नीम की पत्तियों का घोल/ एकड़ :-
10 किलो नीम के पत्ते + 10 लीटर पानी + 100 ग्राम सल्फर पाऊडर
3 . मिर्च मिश्रण :- 1/2 किलो हरी मिर्च + 1/2 किलो प्याज + 10 लीटर पानी + 100 ग्राम सल्फर पाऊडर
उपरोक्त कीटनाशक दवाइयों से रस चुसक व चबाने, काटने वाले कीड़ों की रोकथाम की गई व किसान के खेत से सफ़ेद मक्खी व कपास लीफ कर्ल वायरस गायब हो गया ।
45 दिन में फसल अवशेष व गोबर से बढ़िया कम्पोस्ट खाद तैयार करके उसमें फास्फोरिक एजोटोबक्टर टीका व राइजोवियम टीका फसलों के अनुसार मिलवाया जायेगा ।