नगर के बाहर की इमारतों में लालगढ़ महल बड़ा भव्य है। इस महल का निर्माण महाराजा गंगा सिंह ने अपने पिता महाराजा लालसिंह की स्मृति में बनवाया था। सारा का सारा महल लाल पत्थर का बना है, जिसपर खुदाई का बड़ा उत्कृष्ट काम है। भीतर के फर्श बहुधा संगमरमर के हैं। महल काफी विशाल है तथा इसमें सौ से अधिक भव्य कमरे हैं। महल के अहाते में मनोहर उद्यान बने हैं, जिनमें कहीं सघन वृक्षों, कहीं लताओं और कहीं रंग-बिरंगे फूलों से भरी हुई हरियाली की घटा दर्शनीय है। इस महल में महाराजा लालसिंह की सुन्दर प्रस्तर-मूर्ति खड़ी है। महल के एक भाग में तरणताल है। इस महल के भीतर एक पुस्तकालय है जिसमें कई हस्तलिखित पुस्तकों का संग्रह है। इस महल के दीवारों पर सुंदर चित्रकारी है।