कुमाउं का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला काशीपुर अपने आप में राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं अनेक पौराणिक महत्व संजोये हुए है। यहीं पर स्थित है 52 शक्तिपीठों में से एक चैती परिसर में स्थित शक्तिपीठ बाल सुंदरी मंदिर। माता का यह नाम उनके द्वारा बाल रूप में की गई लीलाओं की वजह से पडा है। इसे पूर्व में उज्जैनी एवं उकनी शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता था